श्रीकृष्णाची उपासना एक्कावन्न नामाभिधानाने
जय जय गोविंद जय जय माधव जय जय मुकुंद
जय मुरलीधर जय योगेश्वर जय जय परमानंद
जय मधुसूदन जय जय कृष्णा जय जय राधेश्याम
जय जय अच्युत जय गिरीधर जय जय घनश्याम
जय रुक्मिणीकांत जय द्वारकेश जय जययदुवीर
जय जय केशव जय गोपाळा जय जय जगदीश्वर
जय जय श्रीनाथ जय हृषीकेश जय जय जगताधार
जय जय शंखधर जय पद्मनाभ जय जय जगातोद्धार
जय जय कन्हैय्या जय यदुनंदन जय जय कमलाकांता
जय जय अजन्मा जय अनिरुद्धा जय जय लक्ष्मीकांता
जय जनार्दना जय जगन्नाथा जय जय कामसंतका
जय कंजलोचना जय अव्युक्ता जय जय सर्वपालका
जय जय कृष्णा जय नारायणा जय जय पुरुषोत्तमा
जय श्रीकांता जय वैकुंठनाथा जय जय त्रिविक्रमा
जय जय वासुदेवा जय उपेंद्रा जय जय श्यामसुंदरा
जय पद्महस्ता जय निरंजना जय जय आनंदसागरा
जय प्रद्युम्ना जय अपराजिता जय जय जगदिशा
इति नामाने भजती जे जे तयांचे विघ्न हरो सर्वेशा
©® रचनाकार : प्रसन्न आठवले
१३/०२/२०२०
१९:४९
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