तेरे दिदार का मौसम हर पल है
ये दिल गुलज़ार का मौसम पल पल है
तेरे दिदार .......
बनके नगीना बस जाये अंगूठीमे
सावन घटासे आ जाये बारिशमें
भिगाना प्यार में है तुझे पल पल
तेरे दिदार .....
मन का ये आंगन चाहे तेरी परछाई
खुशबू तेरे साँसों की देखो हवा ले आयी
अब तो ये दिलपे जादू तेरा है हर पल
तेरे दिदार .....
बाते दिलों की जाने तेरा दिल
फिर भी तू चुप है कैसी है मुश्किल
आखिर तो तेरा है आया मुझपे दिल दिल
तेरे दिदार
कवी : प्रसन्न आठवले
२२/०४/२०१७
०९:२९
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